सर्वनाम के भेद (Sarvnam Ke Bhed) – यदि आप एक विद्यार्थी हैं और जैसा कि हमें पता है कोरोना के चलते सभी विद्यालय बंद है और यदि आप घर पर ही पढ़ाई करना चाहते हैं इसीलिए सर्वनाम के भेद (Sarvnam ke bhed ) को सीखने हमारे इस आर्टिकल पर आए हैं तो आपका स्वागत है।
आज इस आर्टिकल की मदद से आपको मैं सर्वनाम के कितने भेद होते हैं ( Sarvnam Ke Kitne Bhed Hote Hai) और सर्वनाम के बारे में सभी चीजें जैसे कि भेद प्रकार कितने होते हैं सभी इसी आर्टिकल में बताऊंगा तो आप यदि इन्हें सही से सीखना और सर्वनाम के भेद को याद करना चाहते हैं तो आप हमारा यह पोस्ट पूरा पढ़ें
सर्वनाम के भेद Worksheet with Answers
- जिन शब्दों का उपयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है ,उन्हे सर्वनाम कहा जाता है।
- दूसरे शब्दों में–सर्वनाम उस विकारी शब्द को कहा जाता है, जो पूर्वापरसंबंध से किसी भी संज्ञा के बदले आता है।
- सरल शब्दों में–सर्व(सब) नाम(संज्ञाओ) के बदले जो शब्द आते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं
सर्वनाम यानि सबके लिए नाम। इसका प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है आइए देखें कैसे राधा सातवीं कक्षा में पढ़ती है वह पढ़ाई में बहुत अच्छी है उसके सभी मित्र उससे प्रसन्न रहते हैं वह कभी भी स्वयं पर घमंड नहीं करती। वह अपने माता पिता का आदर करती है।
आपने देखा कि ऊपर लिखे अनुच्छेद में राधा के स्थान पर वह ,उसके उसने ,उससे, स्वयं,अपने आदि का प्रयोग हुआ है अतः यह सभी शब्द सर्वनाम है।
इस प्रकार,संज्ञा के स्थान पर आने वाले शब्दों को सर्वनाम कहते हैं।
मैं ,तू, वह, आप, कोई, यह, वह ,हम ,तुम
कौन ,कुछ,क्या,जो,सो, उसका, आदि सर्वनाम शब्द है। अन्य सर्वनाम शब्द भी इन्हीं शब्दों से बने हैं जो लिंग, कारक ,वचन की दृष्टि से अपना रूप बदलते हैं जैसे–
राधा नृत्य करती है ।राधा का गाना भी अच्छा है ।राधा गरीबों की मदद करती है।
राधा नृत्य करती है। उसका गाना भी अच्छा है वह गरीबों की मदद करती है।
आप– अपना, यह–इस ,इसका ,वह –उस, उसका
अन्य उदाहरण
सुभाष एक विद्यार्थी है
वह (सुभाष)रोज स्कूल जाता है
उसके (सुभाष)पास सुंदर बस्ता है
उसे (बस)घूमना पसंद है
उपयुक्त वाक्यों में सुभाष शब्द संज्ञा है तथा उसके स्थान पर वह, उसके, उसे शब्द (सुभाष)संज्ञा के स्थान पर प्रयोग किए गए हैं इसलिए यह सर्वनाम है
संज्ञा की अपेक्षा सर्वनाम की विलक्षणता यह है की संज्ञा से जहां उसी वस्तु का बोध होता है जिसका वह( संज्ञा)नाम है वहां सर्वनाम मैं पूर्वापरसंबंध के अनुसार किसी वस्तु का बोध होता है लड़का कहने से सिर्फ लड़के का बोध होता है घर सड़क आदि का बोध भी नही होता है
सर्वनाम के भेद कितने होते हैं
अभी तक आपको मैंने केवल सर्वनाम की परिभाषा ही बताइए सर्वनाम के भेद नहीं बताएं अब हम जान लेते हैं कि सर्वनाम के कितने भेद होते हैं।
- पुरुषवाचक सर्वनाम(Personal pronoun)
- निश्चयवाचक सर्वनाम(Demonstrative pronoun
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम(Indefinite pronoun)
- संबंधवाचक सर्वनाम(relative pronoun)
- प्रश्नवाचक सर्वनाम(Interrogative pronoun)
- निजवाचक सर्वनाम(reflexive pronoun)
पुरुषवाचक सर्वनाम-
जिन सर्वनाम शब्दों से व्यक्ति का बोध होता है उसे पुरुषवाचक सर्वनाम कहते हैं
दूसरे शब्दों में–बोलने वाले सुनने वाले तथा जिसके विषय में बात होती है उसके लिए प्रयोग किए जाने वाले सर्वनाम पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं
पुरुषवाचक सर्वनाम पुरुषों(स्त्री या पुरुष) के नाम के बदले आते हैं
जैसे–मैं आता हूं ।वह जाते हैं। तुम भागते हो।
उपयुक्त वाक्य में मैं ,वह, तुम पुरुषवाचक सर्वनाम है।
पुरुषवाचक सर्वनाम के भेद
पुरुषवाचक सर्वनाम तीन प्रकार के होते हैं
उत्तम पुरुषवाचक
मध्यम पुरुषवाचक
अन्य पुरुषवाचक
उत्तम पुरुषवाचक–
जिन सर्वनामो का बोलने वाला अपने लिए प्रयोग करता है वह उत्तम पुरुष वाचक सर्वनाम कहलाता है।
जैसे मैं,हमारा,हम, मुझको,हमारी,मैने,मेरा, मुझे आदि
उदाहरण –
मैं स्कूल जाऊंगा
हम मतदान नहीं करेंगे
यह कविता मेने लिखी है
बारिश में हमारी पुस्तके भीग गई
मध्यम पुरुषवाचक –
जिन सर्वनाम का प्रयोग सुनने वाले व्यक्ति के लिए किया जाता है उसे मध्यम पुरुष वाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे – तू,तुम,तुम्हे,तुम्हारी,आप,तुमने
उदाहरण –
तू क्या कर रहा है
तुमने होमवर्क नहीं किया है
तुम सो जाओ
तू घर देर से क्यों पहुंचा
अन्य पुरुषवाचक –
जिन सर्वनाम का प्रयोग किसी अन्य व्यक्ति के लिए किया जाता है वह अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते हैं।
वह,यह,वह ,इनका ,इन्हें ,उसे ,उन्होंने इत्यादि
उदाहरण –
वह मैच नहीं खेलेंगे
उन्होंने अंकल को मारा है
देखो वह शेर है
यह लोग कहां जा रहे हैं।
निश्चय वाचक सर्वनाम –
सर्वनाम के जिस रुप से हमें किसी बात या वस्तु का निश्चित रूप से बोध होता है उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं यदि दूसरे शब्दों में कहा जाए तो जिस सर्वनाम से वक्ता के पास या दूर किसी वस्तु के निश्चय का बोध होता है उससे निश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे – यह वह इत्यादि
उदाहरण –
तनुज का छोटा भाई आया है वह बहुत समझदार है।
अनिश्चयवाचक सर्वनाम
ये सर्वनाम से किसी किया वस्तु का निश्चित रूप से बोध नहीं होता है उसे अनिश्चित सर्वनाम कहते हैं यानी कि इन सर्वनाम के आधार पर किसी भी दूसरी या दूर स्थित वस्तु व्यक्ति का बोध निश्चित रूप से नहीं होता है इसे ही अनिश्चय वाचक सर्वनाम कहते हैं
जैसे – कोई कुछ किसी आदि
उदाहरण –
कोई हमें देख रहा है।
क्या आपको कुछ दिखाई दिया।
किसी व्यक्ति ने उन्हें मारा है ।
संबंध वाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम से इस दूसरे सर्वनाम शब्द का बोध हो और दो वाक्यों में जो सर्वनाम दर्शाते हैं उन्हें ही संबंध वाचक सर्वनाम कहते हैं।
जैसे – जो जिसकी जिसने जैसा वैसा इत्यादि।
उदाहरण –
जिसकी लाठी उसकी भैंस
जिसका पानी का गिलास उसका मटका
प्रश्नवाचक सर्वनाम
जिन सर्वनाम का प्रयोग किसी प्रश्न को पूछने में क्या जाता है उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम के नाम से जाना जाता है।
जैसे – कौन, क्या ,किसे, किसका ,किससे ,किसको
उदाहरण –
वह कौन है
क्या आपने आम खाया
यह किस का लोटा है
निजवाचक सर्वनाम
निजवाचक सर्वनाम में सर्वनाम शब्दों को सम्मिलित किया गया है जो किसी वस्तु या किसी अन्य व्यक्ति को अपना बहुत कराते हैं या अपनापन का बोध करवाने में सक्षम होते हैं उन्हें ही निजवाचक सर्वनाम कहते हैं
जैसे – मैं आप
उदाहरण –
मैं वही कार्य कर रहा हु
आपने काम खत्म कर लिया
अंतिम शब्द –
मुझे उम्मीद है आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी सर्वनाम के कितने भेद होते है काफी पसंद आई होगी यदि आपका इस पोस्ट से संबंधित किसी और तरह का कोई सवाल है तो आप हमे कमेंट के माध्यम से बता सकते है। और इसे अपने दोस्तो के साथ भी साझा करना ना भूले ।