चिराग का जिन्न
यदि आप अपने दादा-दादी से पूछें कि क्या उन्होंने कभी ये कल्पना की थी कि खाना बिना रसोई में गैस जलाए बन जाएगा तो शायद उनका जवाब होगा – असंभव! पर आप और मैं ये अच्छी तरह जानते है कि आज की इस दुनिया में खाना तो क्या नौकरी भी बिना पैर हिलाए मिल सकती है। जी हाँ,जनाब! ये सब मुमकिन हुआ है मोबाइल ऐप्स के जरिए।
अलादीन के चिराग के जिन्न की कहानी तो आपने सुनी ही होगी। बस वही जिन्न है ये मोबाइल ऐप्स जो आपके फ़ोन पर आते ही हर समस्या का समाधान कर देते है, चुटकियों में।
इन ऐप्स ने हमारी जिंदगी तो आसान की ही है साथ ही दुनिया भर की अनगिनत इंडस्ट्रीज और उद्योगों की शक्ल बदल दी है।
जरुरत हो कैसी भी – मोबाइल ऐप्स है न !
हर उम्र और श्रेणी के लोगों को मनोरंजन के साथ ज्ञान बाँट रहे है ये ऐप्स । पसंदीदा गाना सुनना हो या देखना हो किसी विदेशी भाषा में कोई शो। आपकी हर जरुरत के लिए हाज़िर है मोबाइल ऐप्स ।
मोबाइल ऐप्स में गेमिंग ऐप्स का वर्चस्व कोई झुठला नहीं सकता। हम में से न जाने कितने इन गेम्स को खेल कर बोर होने से बचे हैं। आप किसी ऐसी जगह है जहाँ आसपास कोई टी वी नहीं है और चल रहा है आपकी पसन्दीदा टीम्स का मैच तो क्या करेंगे आप? परेशान हो जाएँगे? पर अगर आपके पास है सही ऐप्स तो आप ये मैच जरूर देख पाएँगे! इतना ही नहीं कई ऐप्स देते है आपको मौका अपनी पसंदीदा फैंटसी स्पोर्ट्स लीग बनाने का और यदि आप शौक रखते है स्पोर्ट्स बेटिंग का तो वो भी मुमकिन है बशर्ते आप जानते हो कानूनी भारतीय सट्टेबाज ऑनलाइन पोर्टल।
हर इंडस्ट्री की हर जरुरत को पूरा कर रहे है मोबाइल ऐप्स
इम्पोर्ट एक्सपोर्ट की बात करे या फिर फैशन इंडस्ट्री की। आपको अपनी मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के लिए खरीददार चाहिए हो या अपने स्टार्ट-अप के लिए निवेशक। सीखनी हो कोई नई भाषा या आपको सीखनी हो कोई नई कला। सब का हल है इन मोबाइल ऐप्स के पास।
मेडिकल इंडस्ट्री को चाहिए हो नवीनतम उपकरण या आपको घर बैठे करनी हो डॉक्टर्स के साथ कंसल्टेशन या करवाना हो कोई भी लैब टेस्ट। अपने ब्लड प्रेशर पर नज़र रखनी हो, कोलेस्ट्रॉल रखना हो काबू में या शुगर करना हो कंट्रोल, सब में आपकी मदद करेंगे ये ऐप्स ।
ज्यादा उपभोक्ताओं तक पहुँचना हो, ब्रांड वैल्यू बनानी हो, उच्चतम ग्राहक सेवा प्रदान करनी हो – हर इंडस्ट्री में अपना सिक्का जमा चुके है मोबाइल ऐप्स ।
नुक्कड़ की दुकान से ले कर बड़े बड़े विक्रेता आज इ-कॉमर्स के जरिए अच्छा मुनाफा कमा रहे है। रिटेल इंडस्ट्री की बात करे तो शायद कोई ऐसा इंसान हो जिसने कम से कम एक बार ऑनलाइन शॉपिंग न की हो।
ट्रेवल और टूरिज्म की बात करे तो इस इंडस्ट्री को मोबाइल ऐप्स ने एक ऊँचाई दी है। दूर-दराज़ के अनदेखे नज़ारे हो या अपने ही शहर का कोई ख़ास कोना,सबकी खबर देते है मोबाइल एप्प्स। साथ ही ये आपको एयर टिकट , ट्रैन टिकट, होटल्स यहाँ तक के मंदिर के दर्शनों की सुविधा भी देते है।
अब वो दिन गए जब आपको मकान किराये पर लेना हो तो महीनों चप्पलें घिसनी पड़ती थी। अब आपको बस अपनी पसंदीदा जगह डालनी है, अपनी जरूरतें और अपना बजट डालना है और हाज़िर होंगे आपके सामने दर्ज़नो विकल्प। इतना ही नहीं घर खरीदना भी है अब बेहद आसान इन ऐप्स के साथ।
लोन लेना है, फिक्स्ड डिपाजिट करवाना है, किसी स्टॉक में ट्रेड करना है? अब बैंक जाने की कोई जरुरत नहीं। अपने घर से बैठे बैठे आप ये सब कर सकते है। किसी को पैसे भिजवाने है? किसी को कोई भुगतान करना है ? सब मुमकिन है इन ऐप्स से। इन ऐप्स ने कितने सारे निवेशकों को बैंक्स और वित्तीय संस्थानों से जोड़कर फाइनेंस इंडस्ट्री को एक बेहद मजबूत मुकाम तक पहुँचाया है।
तो देरी किस बात की?
तो यदि हम ये कहें की इन ऐप्स ने न सिर्फ हमारी बहुत सारी मुश्किलें आसान की है साथ ही साथ कई इंडस्ट्रीज को एक नयी बुलंदी दी है तो ये बिलकुल गलत न होगा।
जरुरत है तो बस सही ऐप्स पता लगाने की। देरी है बस सोचने की और ये ऐप्स कहेंगे – ” जो हुक्म मेरे आका ! “