Commerce mein kitne subject hote hain- हर कोई अपने करियर को लेकर चिंतित रहता है और खासकर यदि पढ़ाई के समय से ही इस पर फोकस किया जाए तो आने वाला भविष्य बेहतरीन होता है। दसवीं कक्षा पास करने के बाद अक्सर बहुत सारे स्टूडेंट्स इस कन्फ्यूजन में रहते हैं कि अगली कक्षा में चलकर कौन से सब्जेक्ट को चुना जाए?
यदि आप बिज़नस और अकाउंट्स इत्यादि में इंटरेस्ट रखते हैं तो कॉमर्स आपके लिए सबसे बेहतरीन विकल्प होगा। यदि आपको यह मालूम नहीं है कि commerce mein kitne subjects hote hai तो आप बिल्कुल निश्चित रहिए, क्योंकि आपको इस लेख में हम विस्तृत रूप से जानकारी देने वाले हैं तो चलिए आगे बढ़ते हैं
Commerce Mein Kitne Subject Hote Hain
कॉमर्स subject technical और inter dependent subject होता है। इससे थोड़ा मुश्किल subject माना जाता है, क्योंकि इस सब्जेक्ट में construction अधिक चाहिए होती है। यदि इसमें आप ध्यान पूर्वक काम नहीं करेंगे तो आप अच्छे से टैक्स सेक्शन इत्यादी नहीं सीख पाएंगे।
कॉमर्स में पढ़ाई जाने वाले विषयों के बारे में जानने से पहले हम यह जान लेते हैं कि कॉमर्स क्या होता है? कॉमर्स को हिंदी में वाणिज्य कहते हैं।
यदि हम सरल शब्दों में समझे, तो धन कमाने के लिए जब वस्तुओं को खरीदा और बेचा जाता है तो वह व्यापार कहलाता है और व्यापार के लिए use होने वाले सहायक जैसे यातायात और बैंक इत्यादि दोनों को मिलाकर वाणिज्य बनता है।
दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद आप 11वीं कक्षा में कॉमर्स सब्जेक्ट का चुनाव करते है तो following सब्जेक्ट होते हैं जो जरूरी होते हैं:-
- Accountancy
- Economics
- Business study
- Mathematics
- English
- Entrepreneurship
- Information technology
- Physical education
कॉमर्स स्ट्रीम के अंतर्गत अनिवार्य विषय
कक्षा 11 | कक्षा 12 |
लेखाकर्म (accountancy) | लेखाकर्म (Accountancy) |
बिजनेस स्टडीज (business studies | अंग्रेज़ी (English) |
अर्थशास्त्र (economics) | बिजनेस स्टडीज (business studies) |
अंग्रेज़ी (English) | अर्थशास्त्र (economics) |
कॉमर्स स्ट्रीम के अंतर्गत वैकल्पिक विषय
कक्षा 11 | कक्षा 12 |
गणित (maths) | गणित (maths) |
कंप्यूटर विज्ञान (computer science) | मनोविज्ञान (psychology) |
शारीरिक शिक्षा (physical education) | सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice) |
ललित कला (fine arts) | शारीरिक शिक्षा (physical education) |
सूचना विज्ञान अभ्यास (informatics practice) | |
गृह विज्ञान (home science) | |
मनोविज्ञान (psychology) | |
भाषा अध्ययन (Hindi,German, French) |
विद्यालय से 12वीं कक्षा उत्तीर्ण करने के बाद यदि विद्यार्थी ग्रेजुएशन के लिए बीकॉम चुनता है तो बीकॉम में विभिन्न सेमेस्टर पढ़ाए जाते हैं और उन सेमेस्टर में पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट की सूची निम्न है :-
बीकॉम प्रथम वर्ष विषय सूची
सेमेस्टर I | सेमेस्टर II |
व्यापार अर्थशास्त्र-I | व्यापार अर्थशास्त्र – II |
प्रबंधकों के लिए अंतःविषय मनोविज्ञान | अंग्रेजी और व्यावसायिक संचार |
प्रबंधन के सिद्धांत और व्यवहार | व्यापार कानून |
अंग्रेजी और व्यावसायिक संचार | अंतःविषय ई-कॉमर्स |
वाणिज्यिक कानून | निगमित लेखांकन |
वित्तीय लेखांकन के सिद्धांत |
ग्रेजुएशन का पहला साल पास करने पर second year बीकॉम में दूसरी बार पढ़ाए जाने वाले सब्जेक्ट की सूची निम्न है:-
बीकॉम द्वितीय वर्ष विषय सूची
सेमेस्टर III | सेमेस्टर IV |
भारतीय वाणिज्य में अंतःविषय मुद्दे | अंतःविषय सुरक्षा विश्लेषण और पोर्टफोलियो प्रबंधन |
कंपनी लॉ | लागत प्रबंधन |
बैंकिंग और बीमा | मात्रात्मक तकनीक और तरीके |
लागत लेखांकन | विपणन प्रबंधन |
व्यापार गणित और सांख्यिकी | |
अप्रत्यक्ष कर कानून |
बीकॉम सेकंड ईयर पास कर लेने के बाद बीकॉम के अंतिम वर्ष यानी की थर्ड ईयर में निम्नलिखित विषय होते हैं:-
बीकॉम तृतीया वर्ष विषय सूची
सेमेस्टर V | सेमेस्टर VI |
प्रबंधन लेखांकन | प्रत्यक्ष कर कानून |
उत्पादन और संचालन प्रबंधन | वित्तीय रिपोर्टिंग में मुद्दे |
वित्तीय बाजार और सेवाएं | आपरेशनल रिसर्च |
आयकर कानून | वित्तीय प्रबंधन |
भारतीय अर्थव्यवस्था | सामाजिक और व्यावसायिक नैतिकता |
उद्यमिता और लघु व्यवसाय | भारतीय अर्थव्यवस्था के क्षेत्रीय पहलू |
Commerce क्षेत्र में career
कॉमर्स stream चुनने के बाद student के पास करियर की बेहतरीन सम्भावनाएं और विकल्प होती है। अगर छात्र banking sector में जाना चाहते है तो वे IBPS द्वारा conduct की जाने वाली bank परीक्षा में appear हो सकते है। Commerce sector में विभिन करियर इस प्रकार है :-
- इन्वेस्टमेंट बैंकर
- चार्टर्ड अकाउंटेंट
- सर्टिफाइड पब्लिक अकाउंटेंट
- बिजनेस अकाउंटेंट और कराधान
- मानव संसाधन प्रबंधन
- चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट
- रिटेल मैनेजर
- कॉस्ट अकाउंटेंट
- कंपनी सेक्रेट्री
- उद्यमी
- मुख्य कार्यकारी अधिकारी
- शोध विश्लेषक
- निजी वित्तीय सलाहकार
निष्कर्ष
दोस्तों, आज के इस लेख के जरिए आपने जाना की commerce mein kitne subjects hote hain हमें उम्मीद है कि इस लेख के द्वारा आपके मन में कॉमर्स सब्जेक्ट को जानने से संबंधित जो सवाल होंगे, उनका जवाब आपको मिल गया होगा।
यह लेख आपके लिए मददगार साबित हुआ होगा। इस जानकारी को आप अपने दोस्तों के साथ भी अवश्य share करें। यदि इस लेख से संबंधित कोई भी प्रश्न आप हमसे पूछना चाहते हैं या फिर आपके मन में कोई सुझाव है तो हमें कमेंट करके जरूर बताएं।
FAQ
Q. 1 कॉमर्स स्ट्रीम में कुल कितने सब्जेक्ट पढ़ने पड़ते हैं?
Ans. आठ सब्जेक्ट
Q. 2 कॉमर्स का क्या अर्थ होता है?
Ans. वाणिज्य या व्यवसाय। इसमें छात्रों को अर्थशास्त्र से संबंधित बारीकियां सिखाई जाती हैहै।
Q. 3 कॉमर्स में कौन कौन से सब्जेक्ट पढ़ा जाता है?
Ans. कॉमर्स में पढ़ाए जाने वाले विषयों की सूची जानने के लिए ऊपर लेख को पढ़ें।